Surat: हिजाब पहनकर परीक्षा देने आई मुस्लिम छत्राएं, इस संगठन के लोगों ने जमकर किया हंगामा

सूरत के वराछा में स्थित पीपी सवाणी स्कूल में मंगलवार को परीक्षा शुरू होते ही मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देने पहुंची थी. वहीं कुछ छात्रों ने इस बात को लेकर जमकर हंगामा किया.

  • 552
  • 0

कर्नाटक में गरमाया हुआ हिजाब विवाद अब गुजरात तक पहुंच गया है. सूरत के एक स्कूल में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनकर आने पर हिन्दू संगठन ने विरोध जताया है. पुलिस ने विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए हिन्दू संगठन के 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इसके अलावा मामला और ना बिगड़े इसलिए पुलिस ने सुरक्षा टाइट कर दी है.

यह भी पढ़ेंआखिर पढ़ाई के लिए क्यों भारतीय छात्र जाते हैं यूक्रेन, सामने आई ये बड़ी वजह

वीएचपी के कार्यकर्ता पहुंचे स्कूल

दरअसल यह पूरा मामला सूरत के वराछा में स्थित पीपी सवाणी स्कूल का है. स्कूल में मंगलवार को परीक्षा शुरू होते ही छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देने पहुंची थी. तभी कुछ छात्रों ने वीडियो बनाकर विश्व हिन्दू परिसद संगठन को भेज दिया. जिसके बाद वीएचपी के कार्यकर्ता स्कूल पहुंच गए और प्रिंसिपल के कैबिन में पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. वाद-विवाद की सूचना मिलते ही पुलिस बिना समय गंवाए स्कूल पहुंची और VHP के 15 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया. विश्व हिंदू परिषद के नेता निलेश अकबरी स्कूल पहुंचे और कहा कि, गुजरात को शाहीन बाग बनाने की साजिश चल रही है. हमने प्रिंसिपल से कहा भी है कि, स्कूल में ड्रेस कोड नियम फॉलो किया जाए ताकि दुबारा वाद-विवाद जैसा माहौल ना बने.

यह भी पढ़ेंRajasthan: कचौड़ी खाने के लिए ड्राइवर ने रोक दी ट्रेन, कैमरे में कैद हुआ ये अद्भुत नजारा

कब और क्यों शुरू हुआ विवाद

जनवरी महीने में हिजाब विवाद तब शुरू हुआ था जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज की क्लास में 6 छात्राएं हिजाब पहनकर आई थी. विवाद इस बात को लेकर था की कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया था. लेकिन इसके बावजूद भी छात्राएं हिजाब पहनकर आई थीं. उस विवाद के बाद से ही दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब को लेकर बवाल शुरू हो गया. उडुपी गवर्नमेंट कॉलेज के प्रिंसिपल रूद्र गौड़ा ने कहा था कि, यह विवाद पिछले साल 27 दिसंबर को शुरू हुआ था और इसे भयंकर रूप देने के पीछे छात्र संगठनों का हाथ है. आपको बता दें कि, छात्रों ने प्रिंसिपल से हिजाब पहनकर आने की इजाजत मांगी थी. तभी प्रिंसिपल ने उच्च अधिकारीयों को इसकी जानकारी दें दी थी और छात्रों से कहा था कि अधिकारीयों का जवाब आने तक उन्हें बिना हिजाब पहने आना होगा. 

RELATED ARTICLE

LEAVE A REPLY

POST COMMENT