वैज्ञानिकों ने कहा, बहुत जल्दी आने वाली है कोरोना की तीसरी लहर, दूसरी लहर से भी ख़तरनाक है

केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार की चेतावनी- कोरोना की तीसरी लहर भी आएगी, इसे टाला नहीं जा सकता

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Corona Third Wave:  देश और दुनिया में कोरोना ने मानव ज़िंदगी को ख़तरे में डाल दिया है. ये तो सिर्फ दूसरी लहर है, अभी तीसरी लहर आनी बाकी है. देश के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार का कहना है कि कोरोना की नई लहर के लिए तैयार रहना होगा. कोरोना के नए स्ट्रेन्स आएंगे, वो रूप बदलेंगे. हम लोगों को इसकी तैयारी करनी होगी. प्रमुख वैज्ञानिक ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि वैक्सीन को को भी अपडेट करना होगा.

कोरोना एक महामारी (Corona Pandemic) का रूप ले चुका है. रोज़ 3-4 लाख लोग संक्रमित हो रहे हैं. ऐसे में ये पूरे देश और दुनिया के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. कोरोना की दूसरी लहर से अभी तक दुनिया पूरी तरह से उबर नहीं पाया कि कोरोना की तीसरी लहर का आना तय माना जा रहा है. ये दावा देश के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजय राघवन (K. Vijay Raghvan) ने किया है. के. विजय राघवन के दावे के 10 प्रमुख बात (10 Important Facts about Corona) हम आपको अपनी इस ख़बर में बता रहे हैं.

1. विजय राघवन ने आगाह किया है कि क्योंकि सार्स-सीओवी2 और उत्परिवर्तित हो रहा है इसलिए नयी लहरों के लिए तैयार रहना चाहिए. देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की तीव्रता का पूर्वानुमान नहीं जताया गया था.


2. देश के शीर्ष वैज्ञानिक ने कहा कि कम ऐहतियाती उपाय, पहली लहर से आबादी में कम प्रतिरक्षा के चलते दूसरी लहर अधिक तीव्र हो रही है और इससे अभी तक देशभर में हजारों लोगों को जान गंवानी पड़ी है और लाखों लोग संक्रमित हुए हैं.


3. प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के मुताबिक जब वैक्सिनेशन बढ़ेगी तो वायरस लोगों को संक्रमित करने के नए तरीके ढूंढेगा, जिसके लिए हमें तैयार रहना होगा. वायरस अपना रूप बदलता रहता है. इसलिए हमें वैक्सीन और दूसरे पहलुओं पर रणनीति बदलती रहनी होगी.


4. दूसरी लहर में कई फैक्टर हैं जिसमें कोरोना के नए वेरिएंट भी एक फैक्टर है. दूसरी लहर इसलिए बढ़ी क्योंकि जो इम्युनिटी बनी थी वो इतनी नहीं थी की संक्रमण को रोक सके.


5. कोरोना की पहली लहर दो वजह से कम हुई थी, जिन लोगों को इंफेक्शन हुआ उनमें इम्युनिटी आई और मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित बचाव के जो भी कदम उठाए गए उससे संक्रमण फैलना कम हुआ. लेकिन बचाव के कदमों में ढिलाई बरती तो संक्रमण फैलना फिर शुरू हुआ.


वैज्ञानिक का कहना है कि कई लोग नई प्रतिरक्षा सीमा तक पहुंचने से पहले ही संक्रमित हो जाते हैं. मतलब उनका शरीर इतना कमज़ोर होता है कि वो पहले ही संक्रमित हो जाते हैं. ऐसी दूसरी लहर आम तौर पर पहले की तुलना में छोटी होती है. मगर ऐसा नहीं हो सका. पिछली बार से दूसरी लहर ख़तरनाक है. कोरोना वायरस 2019 में वुहान में उभरा और वह उस समय सामान्य था जो कई स्तनपायी प्रजातियों को संक्रमित कर सकता था. उन्होंने कहा, 2021 की शुरुआत में पूरी दुनिया में बहुत बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए. प्रतिरक्षा बढ़ने के साथ, वायरस को बढ़ने का अवसर नहीं मिला.

तीसरी लहर के लिए भी हमें तैयार रहना होगा. केंद्र सरकार, राज्य सरकार, स्थानीय प्रशासन के अलावा हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम अपना ख़ुद से ख़्याल रख सकें. तीसरी लहर की दस्तक देने से पहले हमें अपनी तैयारियां पूरी कर लेनी चाहिए. आप सभी से निवेदन है कि मास्क को अनिवार्य रूप से पहने साथ ही साथ बेवजह घर से बाहर न निकलें.


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