अगर आपकी कुंडली में किसी प्रकार का दोष है तो शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा कर आप अपने कुंडली दोष से निजात पा सकते हैं।
भारत में हल्दी को बहुत ही शुद्ध माना जाता है। हल्दी का प्रयोग सभी प्रकार के शुभ कार्यों में किया जाता है। इन कार्यों के अलावा हल्दी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है।
सर्दियां आते ही ठंड का सबसे ज्यादा असर त्वचा पर खासकर होंठों पर देखने को मिलता है। ठंडी हवा और पानी की कमी के कारण होंठ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और नमी खो देते हैं, जिससे होंठ बेजान, रूखे और फटे नजर आते हैं।
करी पत्ते का ज्यादा इस्तेमाल आपके शरीर के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। आइए जानते हैं किन वजहों के चलते हरी करी पत्ते आपके शरीर को पहुंचा सकते हैं।
वजन को कंट्रोल में रखने के लिए योग और व्यायाम के साथ हेल्थी फ्रूट्स का सेवन करना जरूरी है। आपको बताएंगे कि आप कौन-कौन से ड्राई फ्रूट्स को अपनी डाइट में शामिल करके अपने वजन को कंट्रोल में रख सकते हैं।
आपको अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए खाने की कुछ चीजों को फ्रिज में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। अगर आप अपने फ्रिज में इन चीजों को रखते भी हैं तो इससे स्वाद और उनकी बनावट पर असर पड़ता है।
किसी भी राशि का हाल बताते हुए ग्रह-नक्षत्र और पंचांग की गणना की जाती है। जिसमें नौकरी, व्यापार, लेनदेन, परिवार और मित्रों से संबंधित आपका दिन शुभ या अशुभ रहने वाला है। सभी घटनाओं का राशिफल पता चलता है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) ने बांग्लादेशी छात्रों के विवादित पोस्ट पर सख्त कार्यवाही करी। इस मामले से संबंधित आरोपी छात्रों को ब्लैक लिस्ट में शामिल कर दिया गया। इस सोशल मीडिया पोस्ट पर भारतीय नागिरकों को लेकर कई अपशब्द कहे गए थे जिस कारण AMU ने इस मामले पर तेजी से एक्शन लिया और मामले से जुड़े बांग्लादेशी छात्रों को ब्लैक लिस्ट कर दिया। अब इन छात्रों को कभी विश्वविद्यालय में एडमिशन नहीं मिलेगा।
6/11 मुंबई हमाले के मास्टरमाइंड और ग्लोबल टेररिस्ट अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार को लाहौर में मौत हो गई है। मुंबई हमाले के गुहनगार अब्दुल रहमान लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ और संगठन के टेरर फंडिंग की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। 2023 में अमेरिका ने मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था।
उत्तर प्रदेश की सरकार प्रयागराज में महाकुंभ मेले की तैयारियां बड़े धूमधाम और उत्साह से चल रही हैं। प्रयागराज में हर 12 साल बाद इस मेले का आयोजन होता हैं। यह मेला विश्व के सबसे बड़े मेलों में से एक है साथ ही हिंदू धर्म का एक पवित्र तीर्थस्थान भी है। जिसमें लाखों तीर्थयात्री भाग लेते है। इस आयोजन के लिए महाकुंभ जिले का निर्माण भी किया गया है। क्या आप जानते हैं कि महाकुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल बाद ही क्यों किया जाता हैं? आइए इसकी पौराणिक कथाओं से जानते है।