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पहलगाम आतंकी हमले पर RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान का मिला समर्थन, बिहार सरकार और केंद्रीय मंत्री ने दिया तीखा जवाब
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर पूरे देश में ग़ुस्सा और शोक का माहौल है। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान चली गई, जिनमें नवविवाहित नौसेना अधिकारी विनय नरवाल भी शामिल थे। अब इस घटना पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की प्रतिक्रिया सामने आई, जिस पर बिहार और केंद्र सरकार के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बिहार के मंत्री संतोष कुमार सिंह का बड़ा बयान
बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार सिंह ने मोहन भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि, “मोहन भागवत ने जो भी कहा है, वह एकदम सही और राष्ट्रहित में है। मैं कहता हूं कि जो लोग धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या करते हैं, उन्होंने न केवल मानवता को शर्मसार किया है, बल्कि भारत की आत्मा को भी ठेस पहुंचाई है। देश के 140 करोड़ लोग इस क्रूरता को कभी माफ नहीं करेंगे।”
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि ऐसे आतंकियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई होनी चाहिए और गोली का जवाब गोली से दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि भारत सख्ती से जवाब दे।
क्या बोले थे मोहन भागवत?
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, “अभी जो लड़ाई चल रही है, वो धर्मों या संप्रदायों के बीच नहीं, बल्कि धर्म और अधर्म के बीच की है। हमारे सैनिक या नागरिक कभी किसी का धर्म पूछकर हत्या नहीं करते, लेकिन कुछ कट्टरपंथी लोग धर्म पूछकर निर्दोषों को मार रहे हैं। हिंदू धर्म ऐसा नहीं सिखाता। ऐसे अधर्मी और आतंकी तत्वों का समूल नाश ज़रूरी है।”
भागवत के इस बयान ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है और एक बार फिर देश में इस मुद्दे पर सख्त रवैया अपनाने की मांग उठने लगी है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्ष पर बोला हमला
वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस हमले और विपक्ष की प्रतिक्रियाओं पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा है कि आतंकवादी जहां भी होंगे, उन्हें वहीं खोजकर मार गिराया जाएगा। लेकिन अफसोस की बात है कि बिहार में कांग्रेस और राजद जैसे दलों ने कैंडल मार्च निकाल कर राजनीतिक नौटंकी की।”
उन्होंने आरोप लगाया कि ये वही लोग हैं जो सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं और आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई को राजनीतिक रंग देते हैं।
गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और ममता बनर्जी पर भी निशाना साधते हुए पूछा, “क्या 10 साल पहले वहां (पहलगाम) पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त थी? आज जब सरकार एक्शन ले रही है तो यही विपक्ष सवाल उठाता है कि जांच क्यों नहीं हुई।”
देश में गूंज रहा है बदले की मांग
इस हमले के बाद देशभर में एक स्वर से आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है। सोशल मीडिया से लेकर टीवी डिबेट्स तक, हर जगह एक ही सवाल है—आखिर कब तक निर्दोष जानें जाती रहेंगी? क्या अब वक़्त नहीं आ गया है कि पाकिस्तान पर और आतंकियों पर निर्णायक हमला किया जाए?




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