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राष्टिय राजधानी दिल्ली के VIP तिहाड़ जेल फिर से गलत वजह से सुर्खियों में है. कुछ कारणों से यह पता चला है कि जेल में फर्जी कैंडिडेट्स की भर्तियां हो चुकी है. ये खुलासे वैसे समय पर आ रहे है जब ये खबर आई कि जेल में कैदियों की मौत हो रही है.
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो नए स्टाफ है, उनके बीच बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन ड्राइव चलाया गया, जिसमें यह खुलासा हुआ है. इससे यह पता चला है कि जो भी नए कर्मचारी है, उनके फिंगर प्रिंट्स दिल्ली सब ऑर्डिनेट्स सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के पास जो मौजूद डाटा है, उनसे मैच नहां कर रहै है. इससे यह आशंका पैदा हो गई है कि जेल में काम कर रहै स्टाफ और उमके नाम पर परिक्षा देने वाले लोग कहीं अलग अलग तो नहीं थे.
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47 कर्मचारी ऐसे है, जिनका फिंगर प्रिंट DSSSB के पास वाले डाटा से नहीं मिल रहा है. ऐसे में इन सभी 47 लोगों के खिलाफ ऐक्शन ले लिया गया है. फिलहाल जो शक के दायरे में आने वाले लोग है, उनकी सैलरी रोक दी गई है और सभी को जवाब देने को कहा गया है. अब आगे जो भी कारवाई की जाएगी वो DSSSB के फाइनल रिपोर्ट के बाद होगी.




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