मांकड़िंग का नियम बदला, क्रिकेट में MCC ने किए कई फेर-बदल

कोई भी फिल्डर फिल्डीग करते समय अगर कुछ अलग तरह से मूवमेंट करता है तो उसमें वैंटिंग टीम को पेनल्टी के तौर पर 5 रन का फायदा होगा.

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क्रिकेट के कई ऐसे नियम है जिसकी वजह से फिल्ड पर दो टिमों के बीच में जंग छीड़ जाती है. इस आपसी लड़ाई को खत्म करने के लिए एमसीसी ने क्रिकेट के नियम में कुछ बदलाव किए है. लेकिन इस नियम को बताने से पहले मैं आपको ये बता दूं कि एमसीसी क्या है.

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एमसीसी का मतलब है मेरिलबोन क्रिकेट क्लब, जोकि क्रिकेट का अंग है, संस्था है, जिसमें क्रिकेट के सारे नए नियम बनते है, पुराने नियम में कुछ परिवर्तन करना हो या उसे हटाना हो, ये सब देखा जाता है. 

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तो एमसीसी ने जो क्रिकेट के नए नियम बनाए है उसमें पहला रुल रिप्लेसमेंट को लेकर लॉ 1.3 बनाया गया है, जिसमें कहा गया है कि अगर किसी भी खिलाड़ी को बदली किया जाए तो उसके जगह पर उसी खिलाड़ी को मौका दिया जाएगा जो उसके ही प्रोफाइल का हो, जैसे मान लेते है कि किसी बल्लेबाज का रिप्लेसमेंट करना हो तो उस जगह पर कोई और बल्लेबाज को ही टीम में शामिल किया जाएगा, नाकि किसी ऑलराउंडर या फिर किसी गेंदबाज को. 

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इसके बाद लॉ-18 के अन्तरगत जो नियम बने है, उसमें ये है कि अगर बल्लेबाज किसी भी तरह से आउट होता है तो उस बल्लेबाज की स्ट्राइक चेंज नहीं होगी. जैसैकि कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है और वो हाफ क्रिज पार कर चुका है, तो भी क्रिज पर आने वाले नए बल्लेबाज को ही स्ट्राइक मिलेगी.

वाइड बॉल को लेकर एक नया लॉ तैयार किया गया है जिसमें कहा गया है कि आजकल बल्लेबाज हर तरफ घुम-घुमकर शॉट खेलते है, जिसे गलत के बावजूद सही माना जाता है. तो ऐसा शॉट जब कोई बल्लेबाज खेलता है और गेंदबाज इसपर गेंद को बल्लेबाज से दूर रखने की कोशिश करता है , लेकिन फिर भी बल्लेबाज उस बॉल को खेलने में सक्षम है तो अंपायर उसे सही बॉल करार दे सकते है.

वहीं लॉ कोड-25.8 के अनुसार अगर गेंदबाज बॉल को पिच से बाहर फेंकता है और उस बॉल को बल्लेबाज अगर पिच पर रहते खेल सकता है तो वो अब मान्य होगा. लेकिन अगर बल्लेबाज को भी पिच से बाहर निकलना पड़ जाए इस गेंद को खेलने के लिए, तब इसे डेड बॉल करार दिया जाएगा.

इसके बाद फिल्डिग को लेकर भी एमसीसी ने लॉ 27.4 और 28.6 बनाया है, जिसमें साफ कहा गया है कि कोई भी फिल्डर फिल्डीग करते समय अगर कुछ अलग तरह से मूवमेंट करता है तो उसमें वैंटिंग टीम को पेनल्टी के तौर पर 5 रन का फायदा होगा. पुराने नियम के अनुसार ऐसे बॉल को नो बॉल करार दिया जाता था. 

मांकडिंग आउट का मामला तो आप सबको पता ही होगा, जोकि आईपीएल में एक विवाद का कारण भी बन गया था, जब पंजाब किंस की तरफ से खेलने वाले  अश्विन ने राजस्थान की तरफ से खेलने वाले जॉश बटलर को मोंकडिंट नियम के तहत ऑउट किया था. अब इस नियम में एक परिवर्तन किया गया है. इस तरह से आउट किए जाने पर रन-आउट करार दिया जाएगा. हालांकि इस तरह से आउट करने पर बॉल को भी ओवर में नहीं जोड़ा जाएगा. 

कोरोना कि वजह से बॉल पर लार लगाने को तो बंद कर ही दिया गया था, लेकिन एमसीसी का मानना है कि गेंद को पसीने से भी स्वीग करवाया जा सकता है, तो अब लॉ-41.3 के तहत बॉल पर लार लगाने के प्रतिक्रिया को हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है. 

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